कांग्रेस नेता दीपक जोशी की भाजपा में घर वापसी में फंस गया पेंच?

कांग्रेस नेता दीपक जोशी की भाजपा में घर वापसी में फंस गया पेंच?

मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 से एन पहले दल बदल का सिलसिला लगातार जारी है। जिसमें अभी तक बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम रहे है। इसमें एक बड़े नाम पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे शिवराज सरकार में मंत्री रहे दीपक जोशी का भी आ रहा है, दीपक जोशी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे और खांतेगांव विधानसभा से कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव लड़े थे। 

कुछ समय पहले तक दीपक जोशी कांग्रेस के संगठन को मजबूत कर लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के दमदार प्रदर्शन के दावे कर रहे थे, कई लोकसभा क्षेत्रों में पहुंच कर कांग्रेस की स्थिति का जायजा लेते हुए लोकसभा के लिए दावेदारों की मजूबती का आंकलन करते करते दीपक जोशी का खुद कांग्रेस से चंद महीनों में ही मोह भंग हो जाना आश्चर्यजनक है। साेमवार को कांग्रेस के दो पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे तथा पूर्व विधायक शिवदयाल बागरी भाजपा  में शामिल हुए है। इन दोनों पूर्व विधायकों के साथ पूर्व मंत्री और खातेगांव से कांग्रेस प्रत्याशी रहे दीपक जोशी भी भाजपा में शामिल होने वाले हैं। हालांकि, उनका भी आज भोपाल आकर दोबारा भाजपा की सदस्यता लेना तय था। लेकिन एन वक्त पर उनका आना टल गया है। जिससे कयास लगना शुरू हो गए है कि दीपक जोशी की भाजपा में वापसी को लेकर कोई बड़ा पेंच फंस गया है। 

पिता कैलाश जोशी का फोटो लेकर दीपक जोशी ने ली थी कांग्रेस की सदस्यता

दीपक जोशी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के हाथों पार्टी की सदस्यता ली थी। इस दौरान उन्होंने पिता कैलाश जोशी की तस्वीर अपने साथ रखी थी। इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहे कमलनाथ ने उस तस्वीर पर सूत की बनी माला भी पहनाई थी।  दीपक जोशी ने कहा कांग्रेस में शामिल होते समय कहा था कि मैं जनसंघ का दीपक हूं। 46 साल तक एक ही सीट से मेरे पिता चुनाव जीतते रहे। मेरे पिता ने कहा था कि कभी किसी को दुख दिए बिना राजनीति करना। मुझे पार्टी ने टिकट दिया। मैं पिछली बार चुनाव हार गया। मैंने किसी को कभी कोई दोष नही दिया। आज सरकार जनसंघ की विचारधारा पर नहीं चल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा। यह लोगों ने उलटा सुन लिया। इन लोगों के घर पर बड़ी-बड़ी गाड़ियां हैं। शिवराज जी की संपत्ति साढ़े नो करोड़ रुपये हो गई।  इस दौरान उन्होने कहा था कि मैं राजनीति को हमेशा खेल की तरह मानता आया हूं। अटल जी को अपना भगवान मानता हूं और मानता रहूंगा। हार-जीत से मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता। मेरे पिता ने मुझे सिखाया है कि हमारे पास यदि कुछ नहीं हो तो हम जमीन को बिछौना कर लें और धरती को आकाश मान लें। इसी के साथ मैं जीता रहा हूं।

कमलनाथ बोले- दीपक जोशी तो भाजपा के ही थे

कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने के सवाल पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में कहा- दीपक पहले से भाजपा के हैं। अरुणोदय पहले ही कांग्रेस छोड़ चुके हैं। वहीं, खुद के जबलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कमलनाथ बोले- मैं छिंदवाड़ा किसी हाल में छोड़ने वाला नहीं हूं।

 

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