अतिथि शिक्षकों पर भाजपा कांग्रेस में भिडंत : नेता प्रतिपक्ष बोले 75 हजार अतिथि शिक्षकों को निकाला जा रहा, स्कूली शिक्षा मंत्री बोले सभी अतिथि शिक्षक कार्यरत, किसी को बीच में नहीं निकाला गया

अतिथि शिक्षकों पर भाजपा कांग्रेस में भिडंत

भोपाल। अतिथि शिक्षकों का मुद्दा लोकसभा चुनाव में जोर पकड़ता जा रहा है। एक्स (ट्विटर) पर अतिथि शिक्षकों के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस नेता उमंग सिंघार और स्कूल शिक्षा मंत्री भाजपा नेता राव उदयप्रताप सिंह के बीच सवाल जबाव का दौर शुरू हो गया है। उमंग सिंघार ने 8 अप्रेल मुख्यमंत्री मोहन यादव से एक्स पर सवाल किया कि आपकी सरकार द्वारा 30 अप्रैल को 75,000 अतिथि शिक्षकों को निकाला जा रहा है तत्काल इस फैसले को रोका जाए। यह प्रदेश के अतिथि शिक्षकों के जीवन का सवाल है। तो इसके जबाव में स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह उतर आए और उन्होने भी एक्स पर इसका जबाव देते हुए लिखा कि प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस की भविष्य तय हार को देखते हुए बौखला गए हैं। हमारे अतिथि शिक्षकों मित्रों को भ्रमित कर बरगलाने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। वास्तविकता यह है कि प्रत्येक वर्ष शैक्षणिक सत्र 30 अप्रैल को समाप्त होता है। घोषणा के अनुरूप सभी अतिथि शिक्षक वर्तमान में कार्यरत हैं। किसी भी अतिथि शिक्षक को बीच में निकाला नहीं गया है।

 

किसी को बीच में नहीं निकाला

स्कूली शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा है कि तत्कालीन माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा अतिथि शिक्षकों के साथ पूरे शैक्षणिक सत्र के लिए अनुबंध किए जाने की घोषणा की गई थी। घोषणा के अनुरूप सभी अतिथि शिक्षक वर्तमान में कार्यरत हैं। किसी भी अतिथि शिक्षक को बीच में निकाला नहीं गया है।

 

नियमित किए जाने की कार्रवाई प्रचलित है

स्कूली शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा है कि अतिथि शिक्षकों के संबंध में तत्कालीन सीएम द्वारा अलग से पात्रता परीक्षा आयोजित कर नियमित किए जाने की कार्य योजना बनाने की घोषणा की गई थी। इस पर भी कार्यवाही प्रचलित है। साथ ही अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित हो इस बात की चिंता हम, हमारी सरकार और हमारे सीएम जी स्वयं कर रहे हैं।

 

हमें अतिथि शिक्षकों के सम्मान की है चिंता

कांग्रेस के कर्मी कल्चर से बाहर निकाल कर प्रदेश की भाजपा सरकार ने शिक्षकों को एक सम्मान जनक स्थान प्रदान किया है। मान. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार सदैव शिक्षकों के सम्मान में उनके साथ खड़ी है।नेता प्रतिपक्ष जी आप अपने भविष्य की चिंता करिए, शिक्षकों के सम्मान के साथ देश और प्रदेश की चिंता हम संवेदनशीलता से कर रहे हैं और भविष्य में माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में करते रहेंगे ।

 

हार को देखकर बौखलाई कांग्रेस

स्कूली शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा है कि प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस की भविष्य तय हार को देखते हुए बौखला गए हैं। हमारे अतिथि शिक्षकों मित्रों को भ्रमित कर बरगलाने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। वास्तविकता यह है कि प्रत्येक वर्ष शैक्षणिक सत्र 30 अप्रैल को समाप्त होता है।

 

स्वत: समाप्त हो जाती है सेवाएं

स्कूली शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा है कि शैक्षणिक सत्र की समाप्ति होने पर प्रतिवर्ष अतिथि शिक्षकों की सेवाएं स्वतः समाप्त हो जाती है। नियमित शिक्षकों को भी ग्रीष्म कालीन अवकाश प्रदान किया जाता है। क्योंकि इस दौरान स्कूल बंद रहते हैं, नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने पर आवश्यकता अनुसार पुनः अतिथि शिक्षकों को रखा जाता है।

 

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने उठाए थे सवाल (5:25 PM · Apr 8, 2024)

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा है कि  मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आपकी सरकार द्वारा 30 अप्रैल को 75,000 अतिथि शिक्षकों को निकाला जा रहा है, तत्काल इस फैसले को रोका जाए। यह प्रदेश के अतिथि शिक्षकों के जीवन का सवाल है। आपके इस निर्णय से चुनाव से पहले ही आपकी भाजपा सरकार का झूठ सामने आ गया…..घोषणा वीर @ChouhanShivraj जी ने #अतिथि_शिक्षकों को साल भर में स्थायी करने की घोषणा की थी, … लेकिन #CM @DrMohanYadav51 ने उनकी सेवाएं 30 अप्रैल से समाप्त कर दी! यहां तक कि चुनाव आयोग ने भी अतिथि शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी न लगाने के निर्देश दिए हैं। क्योंकि सरकार 30 अप्रैल को इन मेहनती शिक्षकों से नौकरी छीन रही है प्रदेश में 75,000 अतिथि शिक्षक 30 अप्रैल को बेरोजगार हो जाएंगे। इस संख्या में उनके परिवार को भी जोड़ा जाए तो यह संख्या साढ़े 3 लाख से ज्यादा होती है…..क्योंकि, अतिथि शिक्षकों के साथ उनका परिवार भी जुड़ा होता है, जो रोटी और सर पर छत के लिए भी मोहताज हो जाएंगे! प्रधानमंत्री @narendramodi जी कहां है आपकी गारंटी?? मोहन सरकार ने तो आपकी गारंटी एक आदेश से निरस्त कर दी! #Congress ऐसे जन विरोधी फैसलों का विरोध करती है और इन सभी प्रभावित #अतिथि_शिक्षकों के साथ खड़ी है! मुख्यमंत्री मोहन यादव जी संवेदनशीलता दिखाएं और तत्काल इस निर्णय को रोक दें.अतिथि शिक्षकों से उनका रोजगार न छीने।

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