महिला दिवस 2024 : प्रकृति ने नारी को ममता का अद्भुत गुण भी दिया है, तो कठोर बनने की शक्ति भी प्रदान की है – अमृता लिटोरिया

अमृता लिटोरिया, सरपंच, हिरणखेड़ा। सभी मातृ शक्तियों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
आज महिला दिवस के अवसर पर मैं नारी शक्ति का वंदन करती हूं ।इस संसार में नारी जननी का रूप भी है ,तो परिस्थितिवश संहार स्वरूप काली का रूप भी धारण कर लेती है। प्रकृति ने नारी को ममता का अद्भुत गुण भी दिया है, तो कठोर बनने की शक्ति भी प्रदान की है। नारी कभी अबला नहीं रही वह तो परिस्थितियों से समन्वय के कारण समझौतावादी रही है ।क्योंकि इसका सबला बनना समाज को कम ही स्वीकार है! कभी मान-मर्यादा की बात हो या स्वावलंबी बनने की बात हो रिश्तो की लकीरों ने इसको हमेशा बंदिशें दी है। आज अगर हम विभिन्न क्षेत्रों में नारी शक्ति के बहुआयामी प्रदर्शनों को देखते हैं तो यह सुखद इशारा है। दशकों से लंबित महिला आरक्षण बिल का पास हो जाना नारी शक्ति को एक नया सवेरा प्रदान करने का अवसर भी प्रतीत होता है‌ नारी की सक्षमता समाज ही नहीं देश और दुनिया को भी उन्नति के शिखर पर स्थापित करने की क्षमता रखती है। भारतीय लोकतंत्र के शीर्ष पद पर पुनः महिला राष्ट्रपति का चयन नारी शक्ति की स्वीकार्यता को दर्शाता है। हमारे प्रदेश की प्रशासनिक प्रमुख के रूप में महिला मुख्य सचिव का विद्यमान होना भी महिलाओं के लिए प्रशासनिक दक्षता का एक अनुपम उदाहरण है नारी ने समाज के उत्थान और उन्नति में पुरुषों से कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग किया है पुनः महिला दिवस के अवसर पर समस्त नारी शक्ति से आवाहन है कि वह अपनी ईश्वर प्रदत्त अनुपम क्षमता को पहचानें और समाज को सकारात्मकता देने में पीछे नहीं हटे।

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