सिवनी मालवा। बनापुरा में चल रही श्रीराम कथा सत्संग के द्वितीय दिवस पर कथा की शुरुआत शिव–शक्ति प्रसंग से हुई। कथा व्यास भीलटदेव मंदिर के महंत गोविंद दास जी ने जीवन के अनमोल संदेश देते हुए कहा कि “मनुष्य के इस संसार में आने का समय निश्चित होता है — नौ माह में शिशु जन्म लेता है, किंतु इस संसार से जाने का समय किसी को ज्ञात नहीं होता, वह कभी भी आ सकता है।”
महंत गोविंद दास जी ने आगे कहा कि परिवार का आधार प्रेम और सम्मान है। हमें सामूहिक परिवार में रहना चाहिए, माता–पिता से प्रीति, बहू से बेटी जैसा प्रेम, तथा देवरानी से बहन जैसा स्नेह रखना चाहिए। घर के बुजुर्गों का सदैव आदर करना चाहिए और परिवार में कुटुंब प्रबोधन को महत्व देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जब परिवार में प्रेम, सम्मान और एकता होती है, तभी समाज में भी सद्भाव स्थापित होता है। आज कथा का द्वितीय दिवस संपन्न हुआ, जबकि कल श्रीराम जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा।
