बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत इटारसी में “बाल सुरक्षा एवं अधिकारों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

“बाल सुरक्षा एवं अधिकारों पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत नर्मदापुरम में विशेष आयोजन”

इटारसी।  बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के वार्षिक कैलेंडर अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा नवंबर माह में विशेष गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज उच्चतर माध्यमिक कन्या शाला, पुरानी इटारसी में “बाल सुरक्षा एवं बाल अधिकारों पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम” का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजा एवं कन्या पूजन के साथ किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री ललित डहेरिया एवं सहायक संचालक श्री संजय जैन के मार्गदर्शन में किया गया।

मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती आयुषी गुप्ता (न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी) उपस्थित रहीं।
विशिष्ट अतिथियों में वार्ड पार्षद श्री जिम्मी कैथवास, एएसआई श्रद्धा राजपूत (एम.पी. पुलिस), प्रभारी प्राचार्य श्रीमती नीतू चौहान, रोटरी क्लब अध्यक्ष एडवोकेट दीपक जैन, पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र अग्रवाल, सचिव विवेक चाणक, तथा अनेक गणमान्य नागरिक एवं जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

श्रीमती आयुषी गुप्ता (न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी) ने अपने उद्बोधन में कहा कि “बाल सुरक्षा प्रत्येक नागरिक की नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी है। बालिकाओं को आत्मरक्षा एवं कानूनी अधिकारों की जानकारी देना अत्यंत आवश्यक है।”

वार्ड पार्षद श्री जिम्मी कैथवास ने कहा कि “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य केवल नारों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि हमें बेटियों के कम होते लिंगानुपात को गंभीरता से लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए।”

एएसआई श्रद्धा राजपूत (एम.पी. पुलिस) ने बताया कि “बालिकाओं को अपने अधिकारों के साथ आत्मरक्षा के उपायों की जानकारी होना बेहद जरूरी है। पुलिस विभाग महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है।”

रोटरी क्लब अध्यक्ष एडवोकेट दीपक जैन ने कहा कि “बाल अधिकारों का उल्लंघन एक गंभीर अपराध है। समाज के सभी वर्गों को बाल संरक्षण की दिशा में मिलकर कार्य करना चाहिए।”

प्रभारी प्राचार्य श्रीमती नीतू चौहान ने अपने वक्तव्य में कहा कि “विद्यालय बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण का केंद्र है, इसलिए शिक्षकों की भूमिका बाल सुरक्षा और संवर्धन में सबसे अहम है।”

पूर्व रोटरी क्लब अध्यक्ष देवेंद्र अग्रवाल और सचिव विवेक चाणक ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि “इस तरह के कार्यक्रम समाज में सकारात्मक सोच और परिवर्तन की दिशा में प्रेरक भूमिका निभाते हैं।”

प्रतिभाशाली बालिकाओं का सम्मान:

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया —

  1. कुमारी श्रुति चौधरी – नेशनल हॉकी प्लेयर
  2. कुमारी वैष्णवी चौरे – हॉकी प्लेयर
  3. कुमारी राशि बिल्लोरे – कक्षा 10वीं में प्रथम
  4. कुमारी मिताली चित्रहार – कक्षा 12वीं में प्रथम
  5. कुमारी कोसर हसन – कक्षा 10वीं

डॉटर्स क्लब सम्मान:

“केवल एक या दो बालिकाओं वाले परिवारों” को डॉटर्स क्लब के अंतर्गत सम्मानित किया गया —

  1. राशिका चौरे, तान्या चौरे (D/O शैलेन्द्र एवं सेवन्ति)
  2. कृतिका प्रजापति, दर्शीका प्रजापति (D/O प्रकाश एवं उमा)
  3. राधिका माली, निधि माली (D/O गोपाल एवं आरती)
  4. श्री रामसेवक एवं श्रीमती अनुजा तिवारी (एक बेटी)
  5. श्री मनोज सराठे एवं श्रीमती निर्मला सराठे (दो बेटियाँ, वार्ड क्रमांक 2)

संचालन एवं विभागीय सहभागिता:

कार्यक्रम का संचालन प्रभारी परियोजना अधिकारी श्रीमती दीप्ति शुक्ला द्वारा किया गया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि “महिला एवं बाल विकास विभाग का मुख्य उद्देश्य बच्चों और महिलाओं के सर्वांगीण विकास हेतु सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना है।”

इस अवसर पर पर्यवेक्षक श्रीमती अर्चना वास्तवार, श्रीमती रेखा चौरे, श्रीमती मीना गाठले, पोषण समन्वयक हिना खान सहित विभाग की संपूर्ण टीम उपस्थित रही।

कार्यक्रम का समापन बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीत एवं धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने बाल सुरक्षा और बाल अधिकारों की दिशा में सतत प्रयास करने का संकल्प लिया।

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