सिवनी मालवा। मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शासकीय कुसुम महाविद्यालय सिवनी मालवा में दिनांक 07 नवम्बर 2025 को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती एवं ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रीय गीत की 150वीं स्मृति उत्सव के उपलक्ष्य में विविध सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
यह आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य के कुशल मार्गदर्शन एवं निर्देशन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन प्रो. कमल अहिरवार द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ ‘वंदे मातरम्’ गीत के सामूहिक गायन से हुआ। इसके पश्चात विद्यार्थियों द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष एवं जनजागरण संदेश पर आधारित प्रभावशाली भाषण प्रस्तुत किए गए, जिन्होंने विद्यार्थियों में देशभक्ति, सामाजिक चेतना एवं राष्ट्रीय एकता की भावना को प्रबल किया।
उत्सव के अंतर्गत ‘वंदे मातरम्’ गीत गायन, निबंध लेखन प्रतियोगिता एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए अपनी सृजनात्मक एवं वाक्पटु प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में श्री तनय सिटोरे एवं श्री गौरव बिल्थरिया द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष, राष्ट्रप्रेम और समाज सुधार के योगदान पर प्रेरक व्याख्यान प्रस्तुत किए गए। वक्ताओं ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे बिरसा मुंडा के आदर्शों से प्रेरणा लेकर समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएँ।
प्रतियोगिताओं के परिणाम:
भाषण प्रतियोगिता —
प्रथम स्थान : अनीश राबर्ट (बी.एससी. प्रथम वर्ष)
द्वितीय स्थान : शिवानी वर्मा (एम.ए. प्रथम सेमेस्टर)
तृतीय स्थान : प्राची लोवंशी (बी.एससी. प्रथम वर्ष)
निबंध लेखन प्रतियोगिता —
प्रथम स्थान : शिवानी वर्मा (एम.ए. प्रथम सेमेस्टर)
द्वितीय स्थान : अमित बैरागी (बी.ए. द्वितीय वर्ष)
तृतीय स्थान : करण हरोडे (बी.कॉम द्वितीय वर्ष)
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण एवं स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से डॉ. ए. के. यादव (आईक्यूएसी प्रभारी), डॉ. मोहन सिंह गुर्जर (एनएसएस अधिकारी), डॉ. जया कैथवास (एनसीसी अधिकारी), श्रीमती विजयश्री मालवी (एनएसएस महिला विंग प्रभारी), प्रो. प्रेमनारायण परते, श्री तनय सिटोरे, इंजीनियर गौरव बिल्थरिया, डॉ. नवनीत सोनारे, डॉ. निधि छिपा, श्रीमती कनक कुमरावत एवं सुश्री जयश्री चौहान प्रमुख रूप से सम्मिलित रहे।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
समारोह में प्राचार्य महोदय ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि “भगवान बिरसा मुंडा भारत के जननायक थे, जिन्होंने आदिवासी समाज को स्वाभिमान, संघर्ष और स्वतंत्रता का संदेश दिया। ‘वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की एकता, मातृभूमि प्रेम और बलिदान की भावना का प्रतीक है।”
कार्यक्रम के अंत में डॉ. नवनीत सोनारे ने सभी अतिथियों, प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
