छात्रों ने लगाए “भगवान बिरसा मुंडा अमर रहें” के नारे, अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष को किया नमन
सिवनी मालवा (नर्मदापुरम)। शासकीय कुसुम स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिवनी मालवा में आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार रघुवंशी के मार्गदर्शन में एक भव्य रैली का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
रैली की शुरुआत महाविद्यालय परिसर से हुई और बस स्टैंड बानापुरा होते हुए पुनः महाविद्यालय पहुंचकर समाप्त हुई। रैली के दौरान छात्रों ने “भगवान बिरसा मुंडा अमर रहें”, “जय आदिवासी वीर बिरसा मुंडा” जैसे नारे लगाते हुए समाज में जागरूकता का संदेश दिया।
भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को किया याद
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. रघुवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “भगवान बिरसा मुंडा का जीवन त्याग, संघर्ष और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने आदिवासी समाज को एकजुट कर अंग्रेजी शासन के अत्याचारों के विरुद्ध आवाज उठाई। उनके बलिदान ने समाज में स्वाभिमान, अधिकार और आत्मबल की भावना जगाई।”
उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे बिरसा मुंडा के आदर्शों को अपनाएं और समाज में एकता, शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण में योगदान दें।
महाविद्यालय परिवार की सक्रिय भागीदारी
रैली में महाविद्यालय के प्रभारी श्री प्रेम नारायण परते, डॉ. जया कैथवास, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. ए. के. यादव, डॉ. एस. के. झा, डॉ. मोहन सिंह गुर्जर, श्री कमल सिंह अहिरवार, श्रीमती विजयश्री मालवीय, तनय सितोरे, श्री कैलाश गढ़वाल, डॉ. नवनीत कुमार सोनारे, श्री सोमेश कुमार राठौर, श्री अभिषेक गोलियत, डॉ. रेखा पटेल, श्रीमती अंजली भट्ट, श्रीमती कनक कुमरावत, कु. जयश्री चौहान एवं अरुणेश चौहान सहित समस्त प्राध्यापकगण और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
महाविद्यालय परिसर में छात्रों ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में जनजातीय नायकों के योगदान के प्रति जागरूकता और गर्व की भावना उत्पन्न करना था।
