जिला स्तरीय रंगोली प्रतियोगिता में उभरी प्रतिभा, भारतीय गुरुकुल परंपरा पर सजी रचनात्मक झलकियां

जिला स्तरीय रंगोली प्रतियोगिता में उभरी प्रतिभा, भारतीय गुरुकुल परंपरा पर सजी रचनात्मक झलकियां

सिवनी मालवा ।  शासकीय कुसुम स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिवनी मालवा में आज प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार रघुवंशी के मार्गदर्शन में जिला स्तरीय रंगोली प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के पूजन से हुई, जिसके पश्चात प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया।

इस प्रतियोगिता में 14 महाविद्यालयों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने सहभागिता की। प्रतियोगिता की थीम “भारतीय गुरुकुल परंपरा” पर आधारित रही, जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों ने अपनी कल्पनाशीलता और कलात्मक दृष्टि से पारंपरिक शिक्षा प्रणाली के विविध आयामों को रंगोली के माध्यम से साकार रूप दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजेंद्र पालीवाल एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती तबस्सुम खान (प्रथम जिला न्यायाधीश, सिवनी मालवा), सुश्री कीर्ति प्रधान एवं श्रीमती शकुंतला गौर (प्रभारी, महिला बाल विकास अधिकारी) रही। अतिथियों ने प्रतिभागियों की सृजनशीलता की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों में कला के प्रति रुचि और सांस्कृतिक चेतना को प्रोत्साहित करती हैं।

प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार रघुवंशी ने अपने संबोधन में कहा कि रंगोली प्रतियोगिता विद्यार्थियों की रचनात्मकता, कलात्मक कौशल और टीम वर्क को प्रोत्साहित करती है। समूह में कार्य करने से विद्यार्थियों ने सहयोग और संवाद के महत्व को भी सीखा।

प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं शील्ड प्रदान की गई।

  1. प्रथम स्थान: अंकिता गौर (शासकीय विधि महाविद्यालय, नर्मदापुरम)
  2. द्वितीय स्थान: विनीत लोवंशी (शासकीय कुसुम स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सिवनी मालवा)
  3. तृतीय स्थान: तनिष्का पाल (शासकीय नर्मदा महाविद्यालय, नर्मदापुरम)

कार्यक्रम का संचालन डॉ. नवनीत कुमार सोनारे द्वारा किया गया, जबकि आभार प्रदर्शन डॉ. जया कैथवास (युवा उत्सव प्रभारी) ने किया।

इस अवसर पर डॉ. ए. के. यादव, डॉ. मोहन सिंह गुर्जर, प्रो. प्रेम नारायण परते, प्रो. कमल सिंह अहिरवार, श्रीमती विजयश्री मालवीय, डॉ. रश्मि सोनी, श्री तनय सिटोरिया, डॉ. निधि छिपा, श्री कैलाश गढ़वाल, श्रीमती कनक कुमरावत एवं कुमारी जयश्री चौहान सहित महाविद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्य एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम ने न केवल विद्यार्थियों की कलात्मक प्रतिभा को मंच प्रदान किया, बल्कि भारतीय परंपरा और संस्कृति के प्रति उनकी आस्था और सम्मान को भी सशक्त रूप से प्रकट किया।

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