कुसुम महाविद्यालय सिवनी मालवा में “साइबर सुरक्षा अभियान” के अंतर्गत विशेष व्याख्यान का आयोजन

कुसुम महाविद्यालय सिवनी मालवा में “साइबर सुरक्षा अभियान” के अंतर्गत विशेष व्याख्यान का आयोजन

सिवनी मालवा। मध्य प्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार तथा शासकीय कुसुम महाविद्यालय सिवनी मालवा के प्राचार्य डॉ. आर. के. रघुवंशी के कुशल मार्गदर्शन में राजनीति विज्ञान विभाग एवं अर्थशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में “साइबर सुरक्षा अभियान” के अंतर्गत एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को डिजिटल सुरक्षा, ऑनलाइन व्यवहार में सावधानी तथा साइबर अपराधों से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करना था।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. आर. के. रघुवंशी द्वारा दीप प्रज्वलन एवं मंगल उद्बोधन के साथ हुआ। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में डिजिटल तकनीक का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में साइबर सुरक्षा की जानकारी प्रत्येक विद्यार्थी के लिए अनिवार्य है। उन्होंने विद्यार्थियों को सजग, जागरूक एवं जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनने का आह्वान किया।

कार्यक्रम हाइब्रिड मोड में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य वक्ता डॉ. योगेश खंडेलवाल, शासकीय नर्मदा महाविद्यालय (पी.एम. एक्सीलेंस) नर्मदापुरम, ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि साइबर अपराधों से बचने का सर्वोत्तम उपाय है “सतर्कता और सही जानकारी।” उन्होंने पासवर्ड प्रबंधन, सोशल मीडिया सुरक्षा, ईमेल फ्रॉड से बचाव, डिजिटल पेमेंट में सावधानी जैसे विषयों पर विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी दी।

सहायक प्राध्यापक श्री चंद्र किशोर बाघमारे, शासकीय महाविद्यालय शाहपुर, जिला बैतूल ने विद्यार्थियों को साइबर कानूनों एवं रिपोर्टिंग तंत्र के बारे में जानकारी प्रदान की। वहीं इंजी. गौरव बिलथरिया ने तकनीकी दृष्टिकोण से साइबर नेटवर्क सुरक्षा, डेटा एन्क्रिप्शन और साइबर हमलों से बचाव की व्यावहारिक जानकारी दी, जिससे विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के व्यावहारिक पहलुओं को समझने का अवसर मिला।

कार्यक्रम का संचालन प्रो. कमल सिंह अहिरवार द्वारा किया गया, जिन्होंने विषय की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं का परिचय कराया और साइबर सुरक्षा की प्रासंगिकता पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के संजोयक प्रो. प्रेम नारायण परते रहे, जिन्होंने स्वागत उद्बोधन में कहा कि डिजिटल तकनीक का प्रयोग तभी सार्थक है जब हम उसे जिम्मेदारी और सुरक्षा के साथ करें।

कार्यक्रम में विशिष्ट उपस्थिति के रूप में डॉ. मोहन गुर्जर सम्मिलित हुए। उन्होंने अपने प्रेरक उद्बोधन में विद्यार्थियों को साइबर सतर्कता अपनाने और समाज में डिजिटल सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय का संपूर्ण स्टाफ और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

 

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