सिवनी मालवा। शहर में लगातार हो रही बरसात के कारण बंदरों की करंट से मौत की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। बीते कुछ दिनों में दो बंदर मृत पाए गए — एक हाई स्कूल के सामने और दूसरा पुरानी साल के ऊपर। वार्ड नंबर 9 के पार्षद ईश्वरदास जमींदार का कहना है कि स्थानीय नागरिकों द्वारा वन विभाग को इसकी सूचना दी गई, लेकिन जवाब में रेंजर, सिवनी मालवा का कहना था कि अब मृत बंदर को उठाना उनकी जिम्मेदारी नहीं है।
वार्डवासियों का कहना है कि जब नगर पालिका से संपर्क किया गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि यह मामला वन्य जीव से संबंधित है, और बिना वन विभाग के पंचनामा एवं अनुमति के वे मृत बंदर को नहीं उठा सकते। इस बीच, जब लोगों ने एसडीएम को फोन पर इस समस्या की सूचना देना चाहा, तो उन्होंने फोन उठाना तक मुनासिब नहीं समझा।
स्थानीय नागरिकों में इस लापरवाही को लेकर गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह विभाग अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ते रहे, तो न केवल संक्रमण फैलने का खतरा रहेगा बल्कि जानवरों के प्रति अमानवीय व्यवहार की मिसाल भी बनती जाएगी। स्थानीय निवासियों की मांग है कि प्रशासन तत्काल प्रभाव से स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।