श्रीमति राधा बरकुड़
जनपद सदस्य , सिवनी मालवा व गृहिणी
महिलाएं हमारे समाज की रीढ़ हैं, वे हमेशा से ही अपने परिवार, समाज, और देश के लिए काम करती आई हैं। उनकी भूमिका न केवल घर में है, बल्कि वे बाहर भी अपने पैर जमा रही हैं।
महिलाओं के योगदान: वे शिक्षिका, डॉक्टर, इंजीनियर, और नेता बनकर समाज में अपना योगदान दे रही हैं। वे अपने परिवार को संभालती हैं और समाज को आगे बढ़ाने में मदद करती हैं। वे अपने अधिकारों के लिए लड़ रही हैं और समाज में समानता की मांग कर रही हैं।
महिलाएं: समाज की रीढ़, समानता की मांग: महिला दिवस एक ऐसा अवसर है जब हम महिलाओं के योगदान, बलिदान, और संघर्ष को याद करते हैं। यह दिन हमें समाज में महिलाओं की भूमिका को समझने और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रेरित करता है।
महिलाओं का इतिहास और संघर्ष: प्राचीन काल में महिलाएं समाज में सम्मानित थीं, मध्यकाल में महिलाओं को समाज से दूर किया गया। आधुनिक काल में महिलाएं अपने अधिकारों के लिए लड़ रही हैं।
महिलाओं के योगदान और उपलब्धियां: शिक्षा, स्वास्थ्य, और आर्थिक क्षेत्र में महिलाओं का योगदान बढ़ रहा है। महिलाएं नेता, डॉक्टर, इंजीनियर, और वैज्ञानिक बन रही हैं। महिलाएं समाज में समानता और न्याय के लिए लड़ रही हैं।
आज के समय में महिलाएं राजनीति क्षेत्र में आगे आकर सफल हो रही है, पंचायत से लेकर नगर पालिका, विधानसभा, लोकसभा व राज्यसभा में भी मातृ शक्ति आज के समय में दमदारी से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। विकास के लिए पंचायत में भी महिलाएं अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर अपने पंचायत क्षेत्र के विकास को लेकर अपनी आवाज सरकार तक पहुंचा रही है, जिससे पंचायत स्तर पर भी विकास तेजी से हो रहे है।