नवरात्रि 2025: मातृशक्ति विशेष : ​अगर हम किसी समाज को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले महिलाओं को सशक्त बनाना होगा – स्मारिका सिम्मी पटेल

नवरात्रि 2025: मातृशक्ति विशेष : ​अगर हम किसी समाज को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले महिलाओं को सशक्त बनाना होगा - स्मारिका सिम्मी पटेल

स्मारिका सिम्मी पटेल
संचालक कृषि उद्योग विकास निगम मध्य प्रदेश शासन

​अगर हम किसी समाज को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें महिलाओं को सशक्त बनाना होगा। महिला सशक्तिकरण का अर्थ है महिलाओं को उनके अधिकार, शिक्षा, रोजगार और स्वतंत्रता देना ताकि वे अपने जीवन को अपनी शर्तों पर जी सकें।

महिलाएं न केवल परिवार की रीढ़ होती हैं, बल्कि वे देश, समाज और दुनिया के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.आज महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर रही हैं- चाहे वह शिक्षा हो, विज्ञान हो, राजनीति हो या फिर खेल.लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि अभी भी महिलाओं को समान अधिकारों देने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि हम महिलाओं का सम्मान करेंगे, उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे.एक सशक्त नारी, एक सशक्त समाज की पहचान है.

एक शिक्षित और सशक्त महिला न केवल अपना जीवन संवारती है, बल्कि पूरे समाज को समृद्ध बनाती है. हमें ये समझना होगा कि सशक्त महिला ही एक सशक्त समाज की नींव रखती है. इसलिए, महिलाओं को आगे बढ़ाने और उनके अधिकारों की रक्षा करने का दायित्व हम सभी का है.आज जरूरत है महिलाओं को केवल सम्मान देने की नहीं, बल्कि उन्हें हर क्षेत्र में बराबरी का अवसर देने की.

अगर एक महिला शिक्षित होगी, तो वह पूरे परिवार और समाज को शिक्षित करेगी. अगर उसे अवसर मिलेगा, तो वह देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी. इसलिए, इस नवरात्रि पर्व पर हम सिर्फ उनकी तारीफ करने तक सीमित न रहें, बल्कि ये प्रण लें कि हम उनके अधिकारों की रक्षा करेंगे,

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