सिवनी मालवा। मध्यप्रदेश शासन एवं उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शासकीय कुसुम महाविद्यालय, सिवनी मालवा में 1 नवंबर को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य, शिक्षाप्रद एवं प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. के. रघुवंशी के कुशल मार्गदर्शन एवं अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम प्रभारी प्रो. कमल सिंह अहिरवार के नेतृत्व में विविध सांस्कृतिक, शैक्षणिक एवं जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य विद्यार्थियों में मध्यप्रदेश की गौरवशाली परंपरा, सांस्कृतिक धरोहर, विकास यात्रा और जनकल्याण की भावना के प्रति जागरूकता एवं गर्व की अनुभूति कराना था।
इस अवसर पर आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. ए. के. यादव, एनएसएस अधिकारी डॉ. मोहन सिंह गुर्जर, एनसीसी अधिकारी डॉ. जया कैथवास, तथा एनएसएस महिला विंग प्रभारी प्रो. विजयश्री मालवीय की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
साथ ही इंजीनियर गौरव बिल्थरिया, डॉ. नवनीत सोनारे, श्री अभिषेक, डॉ. रश्मि सोनी, डॉ. निधि छिपा, श्रीमती कनक कुमरावत, कुमारी जयश्री चौहान, श्री कैलाश गढ़वाल एवं श्री तनय सिटोरे सहित समस्त स्टाफ सदस्यों की सक्रिय उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश गान के साथ हुआ, जिसके पश्चात छात्र-छात्राओं द्वारा राज्य की विविध संस्कृति, लोककला एवं विकास यात्रा पर आधारित आकर्षक प्रस्तुतियाँ दी गईं।
साथ ही निबंध लेखन, भाषण एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गईं, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए मध्यप्रदेश के इतिहास, भूगोल, संस्कृति एवं प्रशासनिक उपलब्धियों की जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. कमल सिंह अहिरवार द्वारा अत्यंत प्रभावशाली एवं अनुशासित ढंग से किया गया, वहीं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का संचालन एवं आभार प्रदर्शन इंजीनियर गौरव बिल्थरिया द्वारा किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. आर. के. रघुवंशी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा “मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक रूप से देश का हृदयस्थल नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक दृष्टि से भी भारत का गौरव है। विद्यार्थियों को राज्य के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए तथा अनुशासन, श्रम और सृजनशीलता को जीवन का मूल मंत्र बनाना चाहिए।”
अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
