विशेष साक्षात्कार, शमशाबाद। महानीम चौराहा पर हाल ही में गठित व्यापार महासंघ के पहले निर्विरोध अध्यक्ष चैनसिंह मीणा ने अपनी कार्यशैली, संगठन की प्राथमिकताओं और भविष्य की योजनाओं को लेकर हमारे संवाददाता से विशेष बातचीत की।
मीणा ने स्पष्ट कहा कि “अब व्यापारी वर्ग को संगठित होकर अपने अधिकारों और हितों के लिए आवाज़ उठानी होगी।”
❖ प्रश्न 1: सबसे पहले, इस महासंघ के गठन की आवश्यकता क्यों महसूस हुई?
चैनसिंह मीणा: काफी समय से महानीम चौराहा क्षेत्र के व्यापारी भाई अपने-अपने व्यवसाय में व्यस्त थे, लेकिन जब कभी कोई समस्या आती थी — चाहे वह टैक्स, बिजली बिल, सड़क की समस्या हो या प्रशासन से जुड़ी दिक्कतें — तब किसी के पास सामूहिक मंच नहीं था।
इसी कमी को दूर करने के लिए हमने सोचा कि क्यों न एक ऐसा संगठन बने जो व्यापारी वर्ग की आवाज़ बने। सभी की सहमति से यह महासंघ गठित हुआ है और सौभाग्य से मुझे अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
❖ प्रश्न 2: आप महासंघ के मुख्य उद्देश्य और प्राथमिकताओं को कैसे परिभाषित करेंगे?
चैनसिंह मीणा: हमारा सबसे पहला लक्ष्य व्यापारियों की सुरक्षा और सम्मान है।
हम प्रशासन और शासन के बीच सेतु का काम करेंगे ताकि किसी भी व्यापारी की समस्या का त्वरित समाधान हो सके।
दूसरी प्राथमिकता होगी — सड़क, सफाई, लाइट और पार्किंग जैसी मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त कराना।
इसके अलावा, छोटे दुकानदारों को डिजिटल भुगतान, बीमा और सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दिलाना हमारा प्रमुख उद्देश्य रहेगा।
❖ प्रश्न 3: क्या महासंघ व्यापारियों की एकता को बनाए रखने में सक्षम रहेगा?
चैनसिंह मीणा:बिलकुल। हमारा संगठन राजनीति से ऊपर उठकर केवल व्यापारी हित की बात करेगा।
हमने यह तय किया है कि हर महीने एक सामूहिक बैठक होगी, जिसमें हर व्यापारी अपनी बात रख सकेगा।
साथ ही, युवा व्यापारियों को संगठन में प्रमुख जिम्मेदारियां दी जाएंगी ताकि नई सोच और ऊर्जा दोनों जुड़ें।
❖ प्रश्न 4: वर्तमान समय में व्यापारी किन प्रमुख चुनौतियों का सामना कर रहे हैं?
चैनसिंह मीणा: महंगाई और प्रतिस्पर्धा के इस दौर में सबसे बड़ी चुनौती स्थिर व्यापार वातावरण बनाए रखना है।
कभी टैक्स नियमों की जटिलता तो कभी बाजार की मंदी व्यापारियों के लिए चिंता का विषय है।
इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर सड़क, ट्रैफिक और ग्राहक सुविधा जैसे मुद्दे भी हैं जिन पर प्रशासन का ध्यान खींचना जरूरी है।
हम चाहते हैं कि व्यापारी वर्ग को केवल “करदाता” नहीं, बल्कि स्थानीय विकास के भागीदार के रूप में देखा जाए।
❖ प्रश्न 5: आपकी कार्यकारिणी में युवाओं की भी भागीदारी दिख रही है, इसके पीछे क्या सोच है?
चैनसिंह मीणा: हाँ, हमने जानबूझकर युवाओं को ज्यादा जिम्मेदारी दी है।
सचिन धाकड़, भूरा धाकड़, अंकित शर्मा, हेमराज साहू, नितेश धाकड़, अमन चौबे जैसे युवा साथी इस संगठन में नई ऊर्जा लेकर आए हैं।
हम चाहते हैं कि व्यापारी वर्ग अब सिर्फ शिकायत करने वाला न रहे, बल्कि समाधान ढूंढने वाला वर्ग बने — और इसमें युवाओं की भूमिका अहम है।
❖ प्रश्न 6: भविष्य में संगठन कौन से ठोस कदम उठाने जा रहा है?
चैनसिंह मीणा: बहुत जल्दी हम व्यापारी हेल्पलाइन शुरू करेंगे ताकि किसी भी समस्या की जानकारी सीधे महासंघ तक पहुंचे।
इसके साथ ही, हर तीन महीने में व्यापारी संवाद सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
हम स्थानीय प्रशासन से भी मिलकर व्यापारी हितों से जुड़े प्रस्ताव रखेंगे — जैसे ट्रैफिक नियंत्रण, मार्केट में CCTV लगवाना और त्योहारों पर विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करना।
❖ प्रश्न 7: अंत में, व्यापारिक समुदाय के लिए आपका संदेश क्या है?
चैनसिंह मीणा: मेरा सभी व्यापारी भाइयों से यही अनुरोध है —
“हम सब साथ हैं तो कोई समस्या बड़ी नहीं। संगठन की ताकत सबसे बड़ी ताकत होती है।”
अपनी दुकान से बाहर निकलकर एकता की डोर से जुड़ें, क्योंकि जब तक व्यापारी वर्ग एकजुट नहीं होगा, तब तक उसकी आवाज़ बुलंद नहीं होगी।
हम सब मिलकर महानीम चौराहा को शमशाबाद का आदर्श व्यापारिक केंद्र बनाएंगे।
व्यापारियों की एकता और क्षेत्र के विकास को लेकर चैनसिंह मीणा का यह दृष्टिकोण निश्चित रूप से प्रेरणादायी है।
उनके नेतृत्व में महानीम चौराहा व्यापार महासंघ आने वाले समय में व्यापारिक जगत की नई पहचान बनेगा — ऐसा विश्वास व्यापारियों ने भी व्यक्त किया।
