राज्यसभा सांसद माया नारोलिया ने प्रदर्शनी का किया भ्रमण, कहा “महिलाएं आत्मनिर्भर भारत की सशक्त पहचान हैं”
“महिलाएं अब आत्मनिर्भर भारत की सशक्त पहचान हैं” : माया नारोलिया
इटारसी/नर्मदापुरम। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके हुनर को पहचान दिलाने की दिशा में उठाए गए कदम के तहत भारतीय मानव अधिकार संस्था द्वारा अग्रवाल भवन में दो दिवसीय स्वावलंबन प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी में विभिन्न जिलों और राज्यों से आई महिला उद्यमियों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बने। प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भरता के अवसर प्रदान करना था।
पहले दिन लगे 20 स्टॉल
प्रदर्शनी में पहले दिन कुल 20 स्टॉल लगाए गए, जिनमें इटारसी, नर्मदापुरम, भोपाल, सिवनी मालवा और मुंबई से आई महिला उद्यमियों ने अपने-अपने प्रोडक्ट्स प्रदर्शित किए। प्रदर्शनी में कलात्मक कपड़े, हस्तशिल्प, हैंडमेड ज्वेलरी, मेहंदी, हर्बल उत्पाद, हैंडमेड बैग्स और घरेलू सजावटी वस्तुएं प्रमुख आकर्षण रहीं। शनिवार को प्रदर्शनी का उद्घाटन विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने किया। नपाध्यक्ष पंकज चौरे, निधि चौरे, राहुल चौरे, मंजू ठाकुर, नर्मदापुरम से समाजसेवी नीरजा फौजदार, उषा अग्रवाल, संजय शिल्पी, कामिनी शर्मा, अंजू गुप्ता, डॉ. पूजा गुप्ता, रवींद्र गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
बढ़िया रिस्पॉन्स मिल रहा
आयोजन की संयोजक श्रद्धा अग्रवाल ने बताया कि प्रदर्शनी को लोगों से शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। पहले ही दिन बड़ी संख्या में नागरिकों ने पहुंचकर महिला उद्यमियों का उत्साहवर्धन किया।
सांसद माया नारोलिया ने की सराहना
प्रदर्शनी में राज्यसभा सांसद माया नारोलिया ने भी पहुंचकर विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण किया। उन्होंने महिला उद्यमियों से उनके कार्यों की जानकारी ली और उन्हें प्रोत्साहित किया। सांसद ने कहा “यह प्रदर्शनी महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। आज महिलाएं अपने हुनर और मेहनत से न केवल आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि अन्य महिलाओं को भी रोजगार और प्रेरणा दे रही हैं। ऐसे आयोजन उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होंगे।”
आर्टशाला बनी आकर्षण का केंद्र
इसी प्रदर्शनी में भाग ले रही उद्यमी प्रियंका मालवीय ने बताया कि वे ‘आर्टशाला’ चलाती हैं, जहां पौधों के लिए ग्रो बैग, हैंडमेड बैग और स्टोरेज बैग बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्य के माध्यम से वे कई अन्य महिलाओं को भी रोजगार दे रही हैं, जिससे महिलाएं घर बैठे आजीविका कमा सकें।
वंदना मालवीय ने बताया कि आर्टशाला में विभिन्न प्रकार के हैंडमेड प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं, जैसे गार्डनिंग के लिए उपयोगी ग्रो बैग्स, हैंडमेड फैब्रिक बैग्स, स्लिंग बैग, टोट बैग, टिफिन बैग, पेंसिल बॉक्स, ज्वेलरी पाउच और ग्रॉसरी बैग्स आदि। साथ ही, ग्राहकों की मांग अनुसार कस्टमाइज ऑर्डर भी लिए जाते हैं।
प्रदर्शनी में आए आगंतुकों ने आर्टशाला के इन अभिनव उत्पादों को खूब सराहा और खरीदा।
मुख्य बातें :
- प्रदर्शनी में महिला उद्यमियों के हुनर को पहचान देने के उद्देश्य से विभिन्न जिलों और राज्यों से महिलाएं शामिल हुईं।
- पहले दिन करीब 20 स्टॉल लगाए गए, जिनमें इटारसी, नर्मदापुरम, भोपाल और मुंबई की महिला उद्यमियों ने भाग लिया।
- प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में आगंतुक पहुंचे और महिलाओं के उत्पादों को सराहा।
मुख्य आकर्षण :
- हस्तनिर्मित कपड़े और सजावटी वस्तुएं लोगों को खूब पसंद आईं।
- कार्यक्रम की संयोजक श्रद्धा अग्रवाल ने बताया कि यह पहल महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने की दिशा में उठाया गया कदम है।
- प्रदर्शनी को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है और पहले ही दिन बड़ी संख्या में ग्राहकों ने खरीदारी की।