केसला पुलिस की 48 घंटे में बड़ी कार्रवाई, भोपाल से आरोपियों को किया गिरफ्तार, लाखों की ठगी का हुआ खुलासा

केसला पुलिस को बड़ी सफलता, अन्तर्राज्यीय स्तर पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

 

अंतर्राज्यीय ठगी गिरोह का पर्दाफाश: मास्टर माइंड जीतेन्द्र यादव सहित दो आरोपी गिरफ्तार

नर्मदापुरम (केसला)।  थाना केसला पुलिस ने अंतर्राज्यीय स्तर पर फर्जीवाड़ा कर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए मास्टर माइंड जीतेन्द्र यादव एवं उसके सहयोगी अमितेश उर्फ विशाल साहू को भोपाल से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस बड़ी सफलता को केवल 48 घंटों में अंजाम दिया है।

यह गिरोह विभिन्न राज्यों में सरकारी योजनाओं व रोजगार के नाम पर युवाओं से लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारियाँ सामने आई हैं।

फरियादी से ऐसे हुई थी ठगी

दिनांक 28 जुलाई 2025 को फरियादी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि एक व्यक्ति ने स्वयं को कंपनी प्रतिनिधि बताकर डीलरशिप देने के नाम पर उससे संपर्क किया और होटल में बुलाकर मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट, नकद रुपये आदि ले लिए। इसके बाद आरोपी फरार हो गया।

पुलिस ने साइबर सेल की सहायता से मोबाइल ट्रैकिंग कर आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की और भोपाल में दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार किया।

टीम में शामिल रहे ये अधिकारी

इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में निम्न अधिकारी व कर्मचारी सम्मिलित रहे:

  • थाना प्रभारी – निरीक्षक सतीश कुमार मालवीय
  • जांच अधिकारी – सहायक उपनिरीक्षक श्री रमेश मसलकर
  • संचालन एवं मार्गदर्शन
  • पुलिस अधीक्षक (एसपी)श्री मनीष अग्रवाल
  • अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी)श्री महेन्द्र मंढ़ारे
  • एसडीओपी (उप पुलिस अधीक्षक, इटारसी)श्री अनुकूल शर्मा

इनके समन्वय व मार्गदर्शन में गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल लोकेशन और बैंकिंग ट्रांजेक्शन के आधार पर आरोपियों की पहचान की और उन्हें हिरासत में लिया।

आरोपियों की करतूतें और राज्यों में नेटवर्क

गिरफ्तार आरोपियों जीतेन्द्र यादव (राजेंद्र नगर थाना, लोनी, उत्तर प्रदेश) और अमितेश उर्फ विशाल साहू ने पूछताछ में कबूला कि उन्होंने विभिन्न राज्यों – उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र – में फर्जी नियुक्ति, रोजगार मेलों, और डीलरशिप के नाम पर लोगों से ठगी की।

वे फर्जी वेबसाइट, टोल-फ्री नंबर, नियुक्ति पत्र, ट्रेनिंग सामग्री, टेंट एवं साउंड सिस्टम की व्यवस्था जैसी सेवाओं की बात कर लोगों को भ्रमित करते थे।

जब्त सामग्री

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से बरामद किया:

  • फर्जी नियुक्ति पत्र
  • मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप
  • सिम कार्ड व आईडी
  • टेंट और साउंड सिस्टम संबंधित रसीदें
  • प्रचार सामग्री

इन धाराओं में मामला दर्ज

आरोपियों पर केसला थाने में विभिन्न गंभीर धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया है:

  • धारा 272 भा.दं.सं. (मिलावट)
  • धारा 174 ए भा.दं.सं. (न्यायालय से अनुपस्थित रहना)
  • धारा 403 भा.दं.सं. (विश्वासघात कर संपत्ति गबन)
  • धारा 204 भा.दं.सं. (सबूत नष्ट करना)
  • धारा 915 भा.दं.सं. (हिरासत में ली गई संपत्ति का उपयोग)
  • धारा 866 टिंकू उर्फे (अन्य प्रचलित अपराधी कनेक्शन)

यह है पुलिस टीम

पुलिस टीम थाना प्रभारी उमाशंकर यादव, सहायक उपनिरीक्षक अनंतराम लोधी, प्रधान आरक्षक युयुत्स, प्रधान आरक्षक दीपक ठाकुर, आरक्षक राहुल उघडे, आरक्षक हेगराज यादव, आरक्षक विजय धुर्वे, चालक आरक्षक टिल्लु उईके

पुलिस की सतर्कता से नई वारदात टली

पुलिस को आशंका है कि आरोपी नर्मदापुरम, होशंगाबाद, हरदा, रायसेन समेत अन्य जिलों में भी इसी तरह की वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। समय रहते की गई कार्रवाई से पुलिस ने संभावित ठगी की कई घटनाओं को टाल दिया।

पुलिस की अपील

पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि इस गिरोह से जुड़े किसी भी प्रकार की जानकारी, पहचान या संपर्क होने पर तुरंत नजदीकी थाने को सूचित करें। साथ ही, किसी भी रोजगार या योजना से जुड़ी पेशकश पर बिना पुष्टि के कोई निजी जानकारी या पैसा न दें।

 

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