सिवनी मालवा। शासकीय कन्या महाविद्यालय सिवनी मालवा की छात्राओं ने मत्स्य पालन के क्षेत्र में व्यावहारिक जानकारी प्राप्त करते हुए एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक भ्रमण किया। यह भ्रमण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. उमेश कुमार धुर्वे के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। छात्राओं ने इस दौरान मध्य प्रदेश मत्स्य बीज प्रक्षेत्र पवारखेड़ा तथा केंद्रीय मत्स्य शिक्षण संस्थान का दौरा कर मत्स्य बीज उत्पादन एवं तालाब प्रबंधन की बारीकियाँ सीखी।
प्रशिक्षण के दौरान मध्यप्रदेश मत्स्य महासंघ की प्रक्षेत्र प्रभारी श्रीमती कविता उइके ने छात्राओं को चाइनीस हैचरी की प्रक्रिया, मत्स्य अंडा, फ्राई, फिंगरलिंग उत्पादन तथा विभिन्न प्रकार के तालाबों की देखरेख की तकनीकी जानकारी दी। छात्राओं ने मत्स्य पालन में इस्तेमाल होने वाली वैज्ञानिक विधियों को नजदीक से देखा और समझा।
केंद्रीय मत्स्य शिक्षण संस्थान के प्रभारी डॉ. शशि भूषण के निर्देशन में श्री पवन कुमार द्वारा D-85 हैचरी, चाइनीस हैचरी, मागुर हैचरी और झींगा हैचरी का विस्तृत अवलोकन करवाया गया। इस व्यावहारिक भ्रमण से छात्राओं को मत्स्य उद्योग से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्राप्त हुई जो उनके भविष्य के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।
छात्राओं के इस शैक्षणिक भ्रमण में महाविद्यालय के स्टाफ सदस्य डॉ. सतीश बालापुरे, डॉ. दुर्गा मीणा एवं श्रीमती नीलम शर्मा भी साथ उपस्थित रहे और छात्राओं को मार्गदर्शन प्रदान किया।