नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा 15 जुलाई से 30 जुलाई 2025 तक चलाए जा रहे राज्यव्यापी जनजागरूकता अभियान “नशे से दूरी है जरूरी” के तहत, नर्मदापुरम जिले में भी विशेष गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के युवाओं और नागरिकों को मादक पदार्थों के दुरुपयोग से बचाना और उन्हें नशे की लत से मुक्ति दिलाना है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में व्यापक कार्यक्रम
पुलिस अधीक्षक नर्मदापुरम, डॉ. गुरकरन सिंह के निर्देशन में जिले के विभिन्न थानों, विद्यालयों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों और धार्मिक स्थलों पर इस अभियान के तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन गतिविधियों में पंपलेट वितरण, पोस्टर प्रदर्शन, संवाद सत्र, मार्गदर्शन और शपथ कार्यक्रम शामिल हैं, जिनके माध्यम से आम जनता को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
प्रमुख गतिविधियाँ:
- थाना इटारसी: एकलव्य विद्यालय के छात्रों ने जय स्तंभ चौक और रेलवे स्टेशन पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशे के प्रति जागरूकता फैलाई।
- थाना बनखेड़ी: स्थानीय क्षेत्र में नागरिकों के बीच नशे से जुड़े विषयों पर संवाद सत्र आयोजित किए गए।
- थाना तवा नगर: नगर के विद्यालय में छात्रों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया गया।
- थाना पचमढ़ी: नागद्वारी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी दी गई, जो एक बड़ा जनसमूह होता है।
- थाना प्रभारी स्टेशन रोड पिपरिया: श्री आदित्य सेन द्वारा वेयरहाउस क्षेत्र में आम नागरिकों के साथ संवाद कर नशा मुक्ति का संदेश दिया गया।
- महिला थाना: महिला अधिकारियों ने आम जनता के बीच जाकर नशे से दूरी रखने की अपील की, जिससे महिलाएं और बच्चे भी इस अभियान से जुड़ सकें।
- थाना डोलरिया: वंदे मातरम स्कूल, मिसरोद में लगभग 200 बच्चों के बीच जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहाँ छात्रों को नशे से बचने की सलाह दी गई और उन्हें शपथ दिलाई गई।
यह अभियान युवाओं और समाज को नशे के चंगुल से बचाने के लिए नर्मदापुरम पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे एक स्वस्थ और नशामुक्त समाज का निर्माण हो सके।