सिवनी मालवा। नर्मदा वैली एकेडमी इन दिनों छात्र परिषद चुनाव 2025 के चुनावी अभियान से गुलजार है। स्कूल परिसर में एक खास ऊर्जा और उत्साह का माहौल है, जहाँ छात्र-छात्राएँ पूरे जोश के साथ अपने नेतृत्व गुणों का प्रदर्शन कर रहे हैं। वे विभिन्न रचनात्मक और प्रभावी तरीकों से अपने साथी विद्यार्थियों का दिल और वोट जीतने का प्रयास कर रहे हैं।
जोशपूर्ण चुनावी अभियान पूरे शबाब पर
स्कूल के गलियारे और कक्षाएँ युवा, महत्वाकांक्षी नेताओं की ऊर्जा से जीवंत हो उठी हैं। उम्मीदवार अपनी उपस्थिति दर्ज कराने और मतदाताओं तक पहुँचने के लिए कई तरह की रणनीतियाँ अपना रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- आकर्षक पोस्टर: स्कूल की दीवारों पर रचनात्मक और प्रभावशाली पोस्टर लगाए गए हैं, जिन पर प्रेरणादायक नारे और प्रभावी तस्वीरें हैं।
- दमदार भाषण: छात्र-छात्राएँ दमदार भाषण दे रहे हैं, जिसमें वे स्कूल के लिए अपनी दूरदृष्टि और सकारात्मक बदलाव लाने की योजनाओं को स्पष्ट रूप से बता रहे हैं।
- रोमांचक नारे: स्कूल भर में आकर्षक और यादगार नारे गूँज रहे हैं, जो छात्र समुदाय के बीच गूँजने और एक स्थायी प्रभाव छोड़ने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
- कक्षा का दौरा: उम्मीदवार सीधे अपनी कक्षाओं में जाकर मतदाताओं से व्यक्तिगत रूप से जुड़ रहे हैं और उनकी चिंताओं को सुन रहे हैं।
- हाथ से बने बैनर: बड़े, रंगीन बैनर, अक्सर हाथ से बने होते हैं, जो गर्व से उम्मीदवारों के नाम और संदेश प्रदर्शित करते हैं, जिससे उत्सव का माहौल और बढ़ जाता है।
लोकतंत्र और नेतृत्व का सार सीख रहे हैं विद्यार्थी
प्रतिस्पर्धा के रोमांच से परे, ये चुनाव विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण सीखने का अनुभव साबित हो रहे हैं। इस स्वस्थ चुनावी अभियान प्रक्रिया के माध्यम से, युवा नेता नेतृत्व, टीम वर्क और सार्वजनिक बोलने के वास्तविक सार को गहराई से समझ रहे हैं:
- नेतृत्व: दूसरों का मार्गदर्शन करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए क्या आवश्यक है, इसे समझना।
- टीम वर्क: अपनी रणनीतियों को प्रभावी ढंग से निष्पादित करने के लिए अपनी अभियान टीमों के साथ सहयोग करना।
- सार्वजनिक भाषण: बड़े दर्शकों के सामने अपने विचारों को स्पष्टता और आत्मविश्वास के साथ व्यक्त करने की क्षमता विकसित करना।
- विचार व्यक्त करना: अपने विचारों और प्रस्तावों को रचनात्मक रूप से व्यक्त करना सीखना।
- दूसरों को सुनना: विभिन्न दृष्टिकोणों को सुनने और अपने साथियों की ज़रूरतों को समझने के महत्व को पहचानना।
- लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान: निष्पक्षता, पारदर्शिता और मतदान की शक्ति के सिद्धांतों को अपनाना।
यह प्रक्रिया केवल जीत हासिल करने के बारे में नहीं है; यह लोकतांत्रिक सिद्धांतों और व्यक्तिगत विकास की गहरी समझ को बढ़ावा देने के बारे में है। यह छात्रों को गंभीर रूप से सोचने, अपने समुदाय के साथ जुड़ने और अपने स्कूल के माहौल की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।
प्राचार्य हंसारिका सिंह का कहना है
इस चुनावी माहौल पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, प्राचार्य हंसारिका सिंह ने कहा, “हमें अपने विद्यार्थियों पर बहुत गर्व है कि वे इतनी सक्रियता और रचनात्मकता के साथ इन चुनावों में भाग ले रहे हैं। यह न केवल उन्हें नेतृत्व के गुण सिखा रहा है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की गहरी समझ भी दे रहा है। हम सभी उम्मीदवारों को उनके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए बधाई देते हैं, और उम्मीद करते हैं कि चुनी हुई छात्र परिषद विद्यालय को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।”