इटारसी में संयुक्त संचालक ने किया मुस्कान संस्था और जीवोदय का दौरा: बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा और पुनर्वास का लिया जायजा

इटारसी में संयुक्त संचालक ने किया मुस्कान संस्था और जीवोदय का दौरा: बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा और पुनर्वास का लिया जायजा

इटारसी। महिला एवं बाल विकास विभाग, नर्मदापुरम की संयुक्त संचालक, श्रीमती तृप्ति त्रिपाठी ने आज इटारसी नगर में स्थित मुस्कान संस्था और जीवोदय का व्यापक निरीक्षण किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य इन संस्थाओं में निवासरत बच्चों, विशेषकर बालिकाओं, की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और उनकी दैनिक दिनचर्या संबंधी व्यवस्थाओं का बारीकी से मूल्यांकन करना था।

 

मुस्कान संस्था में बालिकाओं से सीधा संवाद

निरीक्षण की शुरुआत मुस्कान संस्था से हुई, जहाँ श्रीमती त्रिपाठी ने संस्था में रह रही बालिकाओं से सीधा और आत्मीय संवाद स्थापित किया। उन्होंने लड़कियों की पढ़ाई-लिखाई की स्थिति, उनकी सुरक्षा के लिए किए गए इंतजामों और स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि संस्था में बालिकाओं को एक सुरक्षित और पोषणयुक्त वातावरण मिल रहा है या नहीं।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर परियोजना अधिकारी श्रीमती दीप्ति शुक्ला भी उपस्थित थीं, जिन्होंने निरीक्षण में सहयोग किया। संस्था अधीक्षक श्रीमती रितु राजपूत ने संयुक्त संचालक को संस्था की सभी आंतरिक व्यवस्थाओं, जैसे भोजन, आवास और शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। श्रीमती त्रिपाठी ने संस्था की वर्तमान व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया और उन्हें भविष्य में भी विभागीय दिशा-निर्देशों का लगातार और कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए।

मुस्कान संस्था के संचालक श्री मनीष सिंह ठाकुर ने संयुक्त संचालक को संस्था के कार्यों से अवगत कराते हुए बताया कि उनकी संस्था बालिकाओं के निवास, पुनर्वास और उनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही है। उनका प्राथमिक लक्ष्य 18 वर्ष से कम आयु की उन बेटियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है जिन्हें विशेष देखभाल और सहायता की आवश्यकता है। श्री ठाकुर ने यह भी बताया कि संस्था शक्ति सदन के माध्यम से महिलाओं को विधिक सहायता, परामर्श (काउंसलिंग) और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही है, जिससे वे सशक्त बन सकें।

 

जीवोदय का भ्रमण और आवश्यक मार्गदर्शन

मुस्कान संस्था के निरीक्षण के बाद, संयुक्त संचालक श्रीमती तृप्ति त्रिपाठी ने जीवोदय का भी भ्रमण किया। यहाँ उन्होंने उपस्थित बच्चों से मुलाकात की और संस्था की संपूर्ण व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों को दी जा रही सुविधाओं, उनकी देखभाल और उनकी आवश्यकताओं को समझने का प्रयास किया।

भ्रमण के उपरांत, श्रीमती त्रिपाठी ने संबंधित अधीक्षकों को आवश्यक मार्गदर्शन और महत्वपूर्ण सुझाव प्रदान किए। उनका उद्देश्य इन संस्थाओं में बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए मौजूदा व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ करना था।

श्रीमती त्रिपाठी का यह दौरा महिला एवं बाल विकास विभाग की बच्चों के कल्याण और उनकी सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करते हैं कि ऐसी संस्थाएं अपने उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से पूरा कर रही हैं और बच्चों को एक सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य प्रदान करने में सफल हो रही हैं।


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