महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए अंबेडकर जी ने छोड़ा था मंत्री पद: अमित नायक

महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए अंबेडकर जी ने छोड़ा था मंत्री पद: अमित नायक

सागर। सागर जिले के रहली विकासखंड रहली में जन अभियान परिषद द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती पखवाड़ा अंतर्गत व्याख्यान माला संगोष्ठी का आयोजित की गई। मुख्य अतिथि पार्षद अमित नायक ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर के लिए त्याग और समर्पण के कारण याद किया जाता है।  वे सभी वर्गों के आदरणीय है, उन्होंने महिलाओं को समानता का अधिकार प्रदान करने के लिए संघर्ष किया और समान मताधिकार तथा संपत्ति में समान अधिकार पर अधिक रहते हुए मंत्री पद छोड़ दिया था।

बाबा साहब बचपन से ही प्रतिभाशाली थे तत्काली महाराजा गायकवाड जी ने उन्हें पूरी पढ़ाई करने के लिए आर्थिक रूप से सहयोग किया था। पूरे देश में उनके निवास स्थान और जन्म स्थान को तीर्थ के रूप में विकसित किया गया है ।

अरविंद तिवारी ने कहां की डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जन्म जयंती मनाकर हमें यह सीख लेना चाहिए कि आर्थिक रूप से अभाव प्रतिभा को रोक नहीं सकती। वे चाहते तो कोई बड़ी सरकारी नौकरी कर सकते थे लेकिन उन्होंने वकालत की पढ़ाई करके देश और समाज के लिए बहुत कुछ किया। इसलिए उन्हें याद किया जाता है। जगह-जगह उनकी मूर्तियां लगाई गई है।

इसके साथ ही जल संरक्षण के बारे में भी बताया कि जल का कोई वैकल्पिक स्रोत नहीं है। जल को संरक्षित करना ही एकमात्र उपाय है। पूरे विश्व में इजरायल के अलावा और किसी देश के पास समुद्री जल को पेयजल बनाने की तकनीक नहीं है। यदि वह विकसित हो गई तब भी कल्पना कीजिए कि यदि भविष्य में समुद्र से पानी लेने पर भी प्रतिबंध लग जाएगा तो इस संसार का क्या होगा।

जय सिंह ठाकुर ब्लॉक समन्वयक ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन मैटर आशीष उपाध्याय ने किया मुख्य अतिथि का स्वागत प्रदीप रजक, जय नारायण पटेल तथा सृष्टि चौबे ने किया।

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