जल गंगा संवर्धन अभियान का हिरनखेड़ा तालाब पर हुआ शुभारंभ

जल गंगा संवर्धन अभियान का हिरनखेड़ा तालाब पर हुआ शुभारंभ

नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु जल गंगा संवर्धन अभियान के जनपद स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन हिरनखेड़ा के गौ उत्पत्ति तालाब पर किया गया। इस अभियान के अंतर्गत जन भागीदारी से जल संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित करना है। अभियान में प्रदेश भर के विभिन्न जल स्रोतों के संरक्षण, जीर्णोद्धार , गहरीकरण, जल संरचनाओं का पुनरुद्धार,नवीन खेत तालाब, अमृत सरोवर एवं विभिन्न शासकीय विभागों को जल संरक्षण एवं जलसंरचनाओं के संवर्धन की कार्ययोजना बनाना सम्मिलित है। जल गंगा संवर्धन अभियान के हिरनखेड़ा तालाब पर आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम गौ उत्पत्ति तालाब, एवं ग्वाल देवता का पूजन किया गया।

कार्यक्रम को क्षेत्रीय विधायक प्रेमशंकर वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें जल संरचनाओं के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति सचेत एवं सजग होना पड़ेगा। तभी आगामी पीढ़ी को हम एक अच्छी विरासत सौंप सकते हैं। हमें आज इन विरासतों के संरक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार को धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने इस अभियान के माध्यम से जल संरचनाओं के पुनरुद्धार हेतु अभियान चलाया है ।पिछले वर्ष भी इस अभियान के अच्छे परिणाम देखने को मिले थे। हमने बड़े स्तर पर अमृत सरोवर एवं खेत तालाब क्षेत्र में विकसित किए हैं।

हिरनखेड़ा तालाब के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यह जल संरचना क्षेत्र में जल स्तर में वृद्धि हेतु बहुत कारगर है। यह केवल एक तालाब ही नहीं है बल्कि एक पूरा पारिस्थितिक तंत्र इससे पोषित होता है। उन्होंने कहा कि मैं इस तालाब के जीर्णोद्धार करवाने के लिए शासन स्तर से यथासंभव प्रयास करूंगा। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि सुधीर पटेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज जिस तेजी से समाज जल का दोहन कर रहा है परन्तु संरक्षण उस गति से नहीं कर पा रहा है। यह बहुत चिंताजनक विषय है। और हमें त्वरित रूप से जल संरक्षण के लिए प्रयास करने होंगे । हम प्रकृति के इन महत्वपूर्ण घटको को अगर संरक्षित कर पाएं तभी हम भविष्य की पीढ़ियों को एक सुरक्षित जीवन दे पाएंगे। उन्होंने बताया कि हमारे बुजुर्ग भी तकनीक के क्षेत्र में बहुत आगे थे ।जब तवा बांध नहीं था तब हिरनखेड़ा तालाब से खेतों में सिंचाई की जाती थी और इसके लिए एक बढ़िया सुव्यवस्थित जल वितरण संरचना विकसित की गई थी। हिरनखेड़ा तालाब जिले की सबसे बड़ी जलसंरचना है और इसका संरक्षण और संवर्धन अति आवश्यक है। हम सभी जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों को संयुक्त प्रयासों के माध्यम से जल संरचनाओं के संरक्षण का प्रयास करना चाहिए।

इस अवसर पर जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री श्रुति चौधरी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया उन्होंने कहा कि राज्य शासन से प्राप्त निर्देशानुसार 30 मार्च 2025 से यह अभियान का प्रारंभ किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जल संरचनाओं का संरक्षण, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व वाले जल स्रोतों तथा देवालयों की जन भागीदारी से साफ सफाई और जीर्णोद्धार, नवीन सतही जल संग्रहण एवं भूजल संवर्धन के कार्य, वाटर शेड के विकास आदि कार्य किए जाएंगे। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय से अपील करते हुए कहा कि इस अभियान में साथ आकर जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण में सहभागी बने।

ग्राम पंचायत हिरनखेड़ा की सरपंच सुश्री अमृता लिटोरिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिरनखेड़ा तालाब क्षेत्र की एक बड़ी जल संरचना है। इसके विकास और जीर्णोद्धार से भूजल स्तर में सुधार के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से आर्थिक सुदृढ़ता भी सुनिश्चित हो सकती है। यहां जलीय पर्यटन केंद्र विकसित होने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने मांग की की शीघ्र इस तालाब का व्यापक स्तर पर जीणोद्धार करवाया जाएं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम के वरिष्ठ नागरिक कमल किशोर गौर द्वारा की गई। कार्यक्रम के अंत में विधायक प्रेम शंकर वर्मा द्वारा उपस्थित जन समुदाय को जल शपथ के माध्यम से जल संरक्षण एवं संवर्धन की शपथ दिलाई गई।

इस अवसर पर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के एई रूपेश नागले, मनरेगा के सहायक कार्यक्रम अधिकारी राकेश नागर, खुटवासा सरपंच पूजा भदौरिया, बघवाड़ा सरपंच बेनीराम लौवंशी, रतवाडा सरपंच शंकर सिंह गौर, पीसीओ रामकुमार पाठक, सचिव शंकर सिंह राजपूत, हितेश मनवारे, अंकित गौर, अमित साध, पूनमचंद साध, बसंत गौर, रामभरोस गौर, शिवनारायण लौवंशी, बसंत कुमार लिटोरिया, विजय गौर,अशोक गौर, सुमित गौर, अनुभव गौर, मुकेश गौर, रामकुमार गौर, ऋषभ गौर, शेख जमीर, अतुल साध, संजय गौर, प्रतिक गौर, सुभाष गौर, हरकिशन कासदे, अरविंद गौर, सुरेश लौवंशी, बसंत हरियाले, माखन साध,विनायक सोनकिया, गोविंद गौर, अभ्युदय संस्था के राहुल बाथव, नीतेश गौर, चित्रांगो विश्वास, जगदीश लौवंशी, प्रकाश मालवीय, रोहित अग्रवाल, सुरेश लौवंशी, हेमंत साध, मौसम लौवंशी,विभव गौर ,राकेश कुशवाह,एवं पटवारी राजेश यादव, आंगनवाड़ी कर्मचारी मंजुला लिटोरिया, प्रीति लौवंशी, छाया मंडलोई, कोटवार ज्ञानचंद मेहरा, एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण समुदाय उपस्थित रहा।

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